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अमेज़ॉन इंडिया की महिंद्रा इलेक्ट्रिक से साझेदारी, डिलेवरी में इस्तेमाल होंगे ट्रेओ ज़ोर

अमेज़ॉन इंडिया ग्राहकों के घर तक सामान पहुंचाने के लिए महिंद्रा ट्रेओ ज़ोर ईवी को अपनी डिलेवरी फ्लीट में शामिल करेगी. जानें इस कदम पर क्या बोले गडकरी?
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द्वारा अंशुमन साकल्ले

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3 मिनट पढ़े

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प्रकाशित फ़रवरी 23, 2021

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हाइलाइट्स

    अमेज़ॉन इंडिया ने सामान पहुंचाने वाले अपने सिस्टम में ज़्यादा इलेक्ट्रिक वाहन शामिल करने के लिए महिंद्रा इलेक्ट्रिक से साझेदारी की है. यहां तक कि कंपनी ने कहा कि 2025 तक भारत में डिलेवरी के लिए इस्तेमाल होने वाले वाहनों में 10,000 ईवी शामिल किए जाएंगे. यह अमेज़ॉन द्वारा वैश्वित स्तर पर 2030 तक पेश किए जाने वाले 1,00,000 इलेक्ट्रिक वाहनों में शामिल होंगे. अमेज़ॉन इंडिया ग्राहकों के घर तक सामान पहुंचाने के लिए महिंद्रा ट्रेओ ज़ोर ईवी को अपनी डिलेवरी फ्लीट में शामिल करेगी. अमेज़ॉन ने भारत के सात शहरों में अपने डिलेवरी पार्टनर्स को महिंद्रा ट्रेओ ज़ोर पहुंचा दिए हैं जिनमें बेंगलुरु, नई दिल्ली, हैदराबाद, अहमदाबाद, भोपाल, इंदौर और लखनउ शामिल हैं.

    mgdot54s10,000 इलेक्ट्रिक वाहन के साथ हम इंडस्ट्री के लिए मील का पत्थर कायम करेंगे - अखिल सक्सेना

    अमेज़ॉन के कस्टमर फुलफिलमेंट ऑपरेशंस, एपीएसी, एमईएनए और एलएटीएमए के वाइस प्रेसिडेंट, अखिल सक्सेना ने कहा कि, “हम ऐसा डिलेवरी सिस्टम तैयार करना चाहते हैं जिसमें हमारे कामकाज से पर्यावरण पर बुरा प्रभाव ना पड़े. 2025 तक अपने डिलेवरी सिस्टम में 10,000 इलेक्ट्रिक वाहन के साथ हम इंडस्ट्री के लिए मील का पत्थर कायम करेंगे. हम भारत में बने इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए कई वाहन निर्माताओं के संपर्क में हैं जिसमें इलेक्ट्रिक वाहनों द्वारा हमारे सामान की सुरक्षित और बेहतर डिलेवरी की जा सके और महिंद्रा इलेक्ट्रिक के साथ यह साझेदारी इसी बात को साबित करती है.”

    7a1k559oमहिंद्रा और अमेज़ॉन के बीच साझेदारी सराहनीय कदम है - नितिन गडकरी

    भारत सरकार के सड़क परिवहन और राजमार्ग और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्री, नितिन गडकरी ने कहा कि, “जलवायु परिवर्तन से बचने के लिए वाहनों का इलेक्ट्रिक होना बहुत बड़ा कदम होगा. महिंद्रा और अमेज़ॉन के बीच साझेदारी सराहनीय कदम है जो ई-मोबिलिटी की ओर भारत में हो रहे बदलावों का सूचक है, इसके अलावा पर्यावरण की रक्षा के लिए वाहन निर्माताओं और ई-कॉमर्स कंपनियों के महत्वपूर्ण योगदान को भी दर्शाता है. हमें विश्वास है कि इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार के प्रयासों और इनके चार्जिंग की व्यवस्था को लेकर उठाए जाने वाले कदम और नीति निश्चित तौर पर कंपनियों को इलेक्ट्रिक वाहन अपनाने में मदद करेंगी.”

    ये भी पढ़ें : सभी सरकारी अफसरों के लिए अनिवार्य होने चाहिए इलेक्ट्रिक वाहन : नितिन गडकरी

    ई-कॉमर्स की धुरंधर अमेज़ॉन ने कहा है कि पर्यावरण को बेहतर बनाने के लिए कंपनी द्वारा किए वादे में हम देश में प्रदूशण के साए को कम करेंगे. अमेज़ॉन के इस संकल्प में 2025 तक 10,000 इलेक्ट्रिक वाहन अपनी डिलेवरी फ्लीट में शामिल करने की नीति बनाई गई है और 2030 तक एक लाख इलेक्ट्रिक वाहन पेश किए जाएंगे जो 2030 तक 40 लाख मेट्रिक टन कर्बन पर्यावरण से हटाया जा सकेगा. अमेज़ॉन ने पहले ही ईवी पायलेट प्रोजैक्ट शुरू किया है जिहां भारत के कुछ शहरों में कंपनी पिछले साल से यह जानने की कोशिश कर रही है कि इसे सही तरीके से कैसे लागू किया जा सकता है. यह घोषणा कंपनी के प्रेसिडेंट और सीईओ जैफ बेज़ोस के जनवरी 2020 में भारत दौरे के बाद की गई है जहां उन्होंने साल 2025 तक 10 करोड़ डॉलर के निवेश और 10 लाख रोज़गार देने का ऐलान किया है.

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