मुंबई स्थित मोबिलिटी कंपनी, ओला ने तमिलनाडु में अपने दोपहिया प्लांट का निर्माण शुरू करने की घोषणा की है. यह दुनिया का सबसे बड़ा दोपहिया कारख़ाना होगा और 500 एकड़ की साइट पर मेगा-फैक्ट्री स्थापित की जाएगी. ओला ने दिसंबर 2020 में तमिलनाडु सरकार के साथ समझौता ज्ञापन की घोषणा की थी और भूमि अधिग्रहण इस साल जनवरी में पूरा हुआ. ओला ने सुविधा में रु 2,400 करोड़ का निवेश किया है और निर्माण पूरे जोरों पर चल रहा है. कंपनी के अनुसार, अगले कुछ महीनों में पहला चरण चालू होगा.

ओला का कहना है कि नई सुविधा लगभग 10,000 नौकरियों की पेशकश करेगी
ओला का कहना है कि रिकॉर्ड समय में सुविधा के निर्माण के लिए लगभग 1 करोड़ मानव-घंटे की योजना बनाई गई है. साथ ही, कंपनी ने इस बात पर ज़ोर दिया है कि पेड़ों को काटा नही जाएगा, जबकि परिसर के भीतर एक बड़ा वन क्षेत्र भी होगा. साथ ही खुदाई की गई मिट्टी और चट्टानों को फिर उपयोग करने की योजना है. तैयार होने पर, ओला के टू-व्हीलर प्लांट में पहले चरण में प्रति वर्ष 20 लाख यूनिट बनाने की क्षमता होगी. कंपनी यहां अपने आगामी इलेक्ट्रिक स्कूटर का उत्पादन करेगी जो न केवल भारत में बेचा जाएगा बल्कि यूरोप, ब्रिटेन, लैटिन अमेरिका, एशिया प्रशांत, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जैसे बाजारों में निर्यात भी किया जाएगा.
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ओला का कहना है कि नई सुविधा लगभग 10,000 नौकरियों की पेशकश करेगी जबकि यहां उद्योग 4.0 मानकों को पर काम होगा. पूरी क्षमता से कामकाज होने पर कारखाने में 5000 से अधिक रोबोट और ऑटोमैटिक वाहन होंगे. ओला ने पिछले साल ही एम्स्टर्डम स्थित एटरगो स्कूटर का अधिग्रहण किया था.