लॉगिन

पेट्रोल और डीजल की कीमतों में हुई रिकॉर्ड बढ़ोतरी, अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में दाम बढ़ना वजह

ऑयल मिनिस्ट्री ने डीजल की रिकॉर्ड बढ़ेतरी का ऐलान किया है, पेट्रोल की कीमत में 4 साल में सबसे बड़ी बढ़ोतरी है. टैप कर जानें महानगरों में इंधन के दाम?
Calendar-icon

द्वारा अंशुमन साकल्ले

clock-icon

2 मिनट पढ़े

Calendar-icon

प्रकाशित अप्रैल 3, 2018

हमें फॉलो करें

google-news-iconWhatsapp-icon
Story

हाइलाइट्स

    वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में भारी बढ़ेतरी का असर भारतीय पेट्रोलियम सैक्टर में भी दिखाई दे रहा है. ऑयल मिनिस्ट्री ने भारत में अबतक डीजल की रिकॉर्ड बढ़ेतरी का ऐलान किया है, वहीं पेट्रोल की कीमत में 4 साल में ये सबसे बड़ी बढ़ोतरी है. इंडियन ऑयल के द्वारा जारी की गई नॉन-ब्रांडेड पेट्रोल की कीमतें महानगरों में 11-13 पैसे/लीटर बढ़ाई गई है, वहीं डीजल की कीमतों में 13-14 पैसे का इज़ाफा हुआ है. दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 73.95 प्रति/लीटर थी, वहीं कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 76.66 थी. मुंबई की बात करें तो वहां कीमत 81.8 रुपए तो चेन्नई में प्रति लीटर पेट्रोल के दाम 76.72 रुपए थी. यह कीमत में सितंबर 2013 के बाद सबसे बड़ी बढ़ोतरी है, उस समय पेट्रोल के दाम 76 रुपए तक पहुंच गए थे.

    ये भी पढ़ें : शहरी इलाकों में अब 70 किमी/घंटा की रफ्तार से कार चलाना लीगल, मंत्रालय ने बढ़ाई गति सीमा
     
    दिल्ली में डीजल की कीमत अबतक की सबसे ज़्यादा 64.69 रुपए पर पहुंच गई है, वहीं कोलकाता में डीजल के दाम 67.51 रुपए प्रति लीटर तक पहुंच गए हैं. मुंबई में डीजल की कीमत 69.02 रुपए तक पहुंच गई है और चेन्नई में यह कीमत प्रति लीटर 68.38 रुपए तक पहुंच गई है. बीते सोमवार को यूरो-6 ग्रेड पेट्रोल को लॉन्च करते वक्त ऑयल मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि सरकार अंतर्राष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतों पर बारीकी से नज़र बनाए हुए है और उन्हानें तत्काल प्रभाव से एक्साइज़ ड्यूटी में होने वाले बदलावों की बात भी कही. उन्होंने कहा कि ग्रहाकों को पेट्रोल और डीजल की खरीदी पर भी फायदा हो सकता है अगर इन्हें गुड्स एंड सर्विस टैक्स यानी जीएसटी के दायरे में लाया जाए.

    ये भी पढ़ें : रॉन्ग साइड चलाते हैं कार तो अगली ऐसा करने से पहले सोचें लें, टायारों की हो सकती है दुर्गति
     
    भारत सरकार ने 2014 से 2016 के बीच 9 बार एक्साइज ड्यूटी में इज़ाफा किया था लेकिन पिछले साल अक्टूबर में सिर्फ 1 बार 2 रुपए प्रति लीटर टैक्स कम किया था. अक्टूबर 2017 में एक्साइज़ ड्यूटी कर करने से वार्षिक रेवेन्यू में सरकार को 26,000 करोड़ रुपए का नुकसान उठाना पड़ा था. राज्य सरकरों के अधीन आने वाली ऑयल कंपनियां जैसे इंडियन ऑयल, भारत पेट्रालियम कॉर्पोरेशन और हिन्दुस्तान पेट्रोलियम ने हर महीने की 16वीं तारीख बदलाव करने की जगह रोज़ाना इंधन की कीमतों में बदलाव करना शुरू किया है.

    Stay updated with automotive news and reviews right at your fingertips through carandbike.com's WhatsApp Channel.

    पुरानी कारों पर शानदार डील

    सभी यूज़्ड कार देखें

    अपकमिंग कार्स

    अपकमिंग बाइक्स

    और ज्यादा खोजें