प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अटल रोहतांग सुरंग का उद्घाटन किया, जो समुद्री स्तर से 10,000 फीट ऊपर दुनिया की सबसे लंबी राजमार्ग सुरंग है. यह 9.02 किलोमीटर लंबी सुरंग मनाली को पूरे साल लाहौल-स्पीति घाटी से जोड़ेगी. पूर्व भारतीय प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखी गई यह सुरंग हिमाचल प्रदेश में लेह-मनाली राजमार्ग पर हिमालय के पूर्वी पीर पंजाल रेंज में रोहतांग दर्रे के नीचे बनाई गई है. सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) द्वारा कड़ी मेहनत के साथ सुरंग को 10 साल में पूरा किया गया.

कड़ी मेहनत के साथ सुरंग को 10 साल में पूरा किया गया है.
यह सुरंग हिमाचल प्रदेश की लाहौल घाटी को हर मौसम के लिए सही सड़क प्रदान करेगी, जो आमतौर पर सर्दी के मौसम में रोहतांग पास के ऊपर भारी बर्फबारी के कारण देश के बाकी हिस्सों से कट जाती है. सुरंग मनाली और लेह के बीच सड़क की दूरी 46 किलोमीटर कम करती है और लगभग 4 से 5 घंटे का समय भी. सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए, सुरंग में हर 60 मीटर पर कैमरे लगाए गए हैं, साथ ही वेंटिलेशन, अग्निशमन और रोशनी का भी ख़्याल रखा गया है. आपातकालीन संचार के लिए हर 150 मीटर पर टेलीफोन कनेक्शन हैं और हर 500 मीटर पर आपातकालीन निकास सुरंग भी दी गई है.
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Here are the glimpses from the inauguration of #AtalTunnel, the longest highway tunnel in the world by PM @narendramodi today. #HimachalPradesh pic.twitter.com/qN96I0LpK3
— MyGovIndia (@mygovindia) October 3, 2020
इस सुरंग के लिए जानी वाली सड़क की नींव वर्ष 2002 में रखी गई थी. 2010 में टनल के निर्माण को पूरा करने की मूल समय सीमा 6 साल थी. सुरंग के निर्माण में सबसे बड़ी बाधाएं उच्च ऊंचाई, अनुपयुक्त मौसम की स्थिति और सेरी नाले की तरह इलाके थे जिन्होंने इंजीनियरिंग के काम को और भी कठिन बना दिया.