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2023 मारुति सुजुकी फ्रोंक्स का रिव्यू, बढ़ी हैचबैक या एक एसयूवी?

एक बड़ी हैचबैक या एक स्टाइलिश क्रॉसओवर? फ्रोंक्स दोनों के बीच में एक बढ़िया विकल्प है.
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द्वारा कारएंडबाइक टीम

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8 मिनट पढ़े

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प्रकाशित अप्रैल 14, 2023

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Story

हाइलाइट्स

    इस साल की शुरुआत में मारुति ने ऑटो एक्सपो में अपने नेक्सा प्लेटफॉर्म के जरिए दो अलग-अलग एसयूवी का प्रदर्शन किया. एक छोर पर एक बॉक्सी और पारंपरिक दिखने वाली 5-डोर जिम्नी थी, जो जाहिर तौर पर जनता के बीच बहुत लोकप्रिय है. दूसरी ओर थी फ्रोंक्स एक "कॉम्पैक्ट स्पोर्टी एसयूवी." फ्रोंक्स देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी की ओर से साल का पहला बड़ा लॉन्च है. यह खुद को एक एसयूवी के रूप में स्थापित करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है लेकिन एक  छोटा आकार होने के साथ यह खुद को जेब के लिए अधिक उपयुक्त बनाती है.

     

    डिजाइन

    स्टिल्ट्स पर एक हैचबैक का विचार नया नहीं है और हमने पहले कई 'क्रॉस' वैरिएंट देखे हैं, जैसे अवेंचुरा, आई20 एक्टिव, पोलो क्रॉस, इटिओस क्रॉस, और फिलहाल बिक्री के लिए मौजूद टियागो एनआरजी आदि. उनमें से कुछ कारें अच्छी होने के बाबवूज नहीं चलीं, जैसे, अवेंचुरा और i20 एक्टिव), लेकिन मारुति-सुजुकी को ट्रेंड बदलने के लिए जाना जाता है, हमने उन्हें एमपीवी के साथ व्यक्तिगत गतिशीलता और यहां तक ​​कि एएमटी तकनीक की बड़े स्तर पर स्वीकृति के रूप में ऐसा करते देखा है.

    अगले हिस्से की डिज़ाइन में एलईडी डीआरएल और प्रमुख ग्रिल ग्रांड विटारा की झलक दिखाती है.

     

    फ्रोंक्स, बलेनो की तुलना में थोड़ी लंबी, चौड़ी और ऊंची है, लेकिन इसका व्हीलबेस बिल्कुल वैसा ही है. लेकिन सामने से यह चंकी और काफी अलग दिखती है. सामने का डिज़ाइन वास्तव में बलेनो से कम और बड़ी ग्रांड विटारा एसयूवी से ज्यादा मेल खाता है, विशेष रूप से क्रोम पट्टी के साथ जो सामने की ग्रिल पर चलती है. कार में एलईडी हेडलैंप हैं जबकि सस्ते वैरिएंट  में प्रोजेक्टर हैलोजन लैंप हैं. यह ठीक से प्रीमियम दिखती है.

     

    पीछे की ओर आएं तो कार के टेललैंप और बंपर में कम बदलाव के साथ इसे हैचबैक वैरिएंट से अलग करने के लिए इस पर अच्छा काम किया गया है. एक हल्की पट्टी जो पीछे चल रही है वो कार में थोड़ा क्लासी लुक जोड़ती है. इसके दिखने में अगर कोई दिक्कत है तो वह यह है कि ऊंचाई बढ़ने के बावजूद यह ऊंची नहीं दिखती है. एसयूवी के रूप में किसी चीज को पेश करने के लिए यह एक अच्छी शुरुआत नहीं है. वास्तव में, ब्रेज़ा अपने छोटे व्हीलबेस के साथ अपने लम्बे रुख के कारण बड़ी दिखती है. बेशक, फ्रोंक्स ब्रेज़ा प्रकार के ग्राहकों के लिए नहीं है. जब एसयूवी की बात आती है तो यह थोड़े अलग स्वाद वाले क्रॉसओवर को पसंद करने वाले लोगों के लिए है.

    लाइट-बार और प्रमुख बम्पर फ्रोंक्स को अलग दिखने में मदद करते हैं

     

    अन्य एसयूवी पार्ट्स में चौकोर व्हील आर्च, बॉडी-क्लैडिंग और रूफ रेल शामिल हैं. इसके 16-इंच के अलॉय का आकार बलेनो के समान है, लेकिन तुलना में यह छोटा दिखता है.वे अच्छे दिखते हैं लेकिन केवल मिड ट्रिम के बाद ही उपलब्ध हैं. हालाँकि, कार के सभी वैरिएंट्स में पहियों का आकार समान है.

     

    आपके पास चुनने के लिए छह बाहरी रंग हैं, जिनमें से तीन डुअल टोन के साथ आते हैं. आप यहाँ जो देख रहे हैं वह बिल्कुल जाना-पहचाना नेक्सा ब्लू है. मारुति कार को स्पोर्टी लुक देने के लिए विलॉक्स नाम का स्पेशल कस्टमाइजेशन पैकेज भी दे रही है. इसमें कार्बन फाइबर पैटर्न, नक़्क़ाशी के साथ-साथ गार्निश का उपयोग शामिल है.

    स्क्वेयर-आउट व्हील आर्च में मोटी क्लैडिंग है; 16 इंच के अलॉय को छोटा महसूस कराती है

     

    कैबिन

    कार का कैबिन आपको नई पीढ़ी की बलेनो की काफी याद दिलाता है. चाहे वह डार्क डुअल-टोन कलर थीम हो या अधिकांश फीचर हों. इनमें हेड-अप डिस्प्ले, वायरलेस चार्जर और 9 इंच का टचस्क्रीन सिस्टम शामिल है, जो वायरलेस एंड्राइड ऑटो और ऐप्पल कारप्ले के साथ आता है. सिस्टम को 360-व्यू कैमरे के साथ भी जोड़ा गया है, कुछ ऐसा जो तंग जगहों में काम आ सकता है, लेकिन हमने अधिक महंगे सेगमेंट में बेहतर देखा है. यह सुजुकी कनेक्टे के जरिये 40 से अधिक कनेक्टिविटी फीचर्स के साथ आती है.

    फ्रोंक्स का कैबिन नई बलेनो से मेल खाता है

     

    दो सबसे महंगे वैरिएंट पर टिल्ट और टैलिस्कोपिक दोनों तरह से एडजेस्ट किया जाने वाला स्टीयरिंग मिलता है और इसे "स्पोर्टी" लुक देने के लिए फ्लैट-बॉटम किया गया है. इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर जो एनालॉग और डिजिटल का मिश्रण है, थोड़ा पुराना दिखता है और मारुति बलेनो से कुछ अंतर पाने के लिए इसे एक पूर्ण डिजिटल यूनिट बनाने पर विचार कर सकती थी. हालांकि, यह आंखों के लिए स्पष्ट और आसान रहता है.

    सबसे महंगे वैरिएंट में 9.0 इंच का टचस्क्रीन, हेड-अप डिस्प्ले, ऑटो क्लाइमेट कंट्रोल, वायरलेस चार्जिंग सहित बहुत से फीचर्स हैं


    दूसरी पंक्ति में पर्याप्त जगह है, खासकर घुटने के लिए अच्छी जगह दी गई है. पीछे की तरफ कूपे जैसी छत के कारण हेडरूम केवल 6 फुट प्लस के लिए एक चुनौती होगा. कुशनिंग थोड़ी बेजान है, सेंटर आर्मरेस्ट गायब है लेकिन सीटें बड़ी और अच्छी तरह से कोण वाली हैं. रियर एसी वेंट के साथ कुछ चार्जिंग पॉइंट (एक यूएसबी और एक टाइप-सी) काफी व्यावहारिक हैं, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण जोड़ यह है कि बीच में बैठे यात्री को भी रिट्रेक्टेबल थ्री-पॉइंट सीटबेल्ट मिलती है. आइसोफिक्स चाइल्ड सीट माउंट मानक तौर पर हैं, जो कागज पर दुर्घटना सुरक्षा टैस्टिंग के मामले में बलेनो की तुलना में फ्रोंक्स को बेहतर बनाता है. हालांकि, पिछले हिस्से के डिजाइन ने बलेनो की तुलना में बूट स्पेस को 10 लीटर कम कर दिया है और फ्रोंक्स में यह 308 लीटर का देखने को मिलता है.

    पीछे की तरफ घुटनों के लिए काफी जगह है, 6 फुट और उसे लम्बे व्यक्ति के लिए हेडरूम की जगह टाइट है

     

    ड्राइविंग

     

    इसमें दो इंजन विकल्प दिये गए हैं, जिसमें एक बलेनो का 1.2 के-सीरीज़ का पेट्रोल इंजन है और एक बिल्कुल नया 1-लीटर टर्बो 'बूस्टरजेट' पेट्रोल इंजन है - बाद वाला पिछली पीढ़ी की बलेनो आरएस की याद दिलाता है. फ्रोंक्स में नया इंजन सिक्स-स्पीड ऑटोमैटिक के साथ बेचा जाता है, जो ब्रेज़ा या फाइव-स्पीड मैनुअल के समान है. 1.2-लीटर पर मैनुअल गियरबॉक्स के साथ (पांच-गति) एजीएस का एक अतिरिक्त विकल्प है. 1.2 निचले ट्रिम में उपलब्ध होगा, जैसे सिग्मा, डेल्टा, डेल्टा प्लस,  जबकि 1-लीटर डेल्टा प्लस से शुरू होता है और जीटा और अल्फा तक में जाता है. इसमें छठा गियर नहीं है लेकिन हमें वास्तव में फ्रोंक्स पर ऑटोमेटिक गियरबॉक्स पसंद आया.

    1.0-लीटर बूस्टरजेट लगभग 100 बीएचपी बनाता है, कार ऑटोमेटिक गियरबॉक्स के साथ अच्छी तरह से काम करती है

     

    पिछली बलेनो आरएस की तरह ही यह टर्बो भी लगभग 100बीएचपी (1.2 से 10 अधिक) बनाता है और इसमें उचित कुशलता है. फ्रोंक्स का वजन लगभग एक टन है, इसलिए यह कमजोर महसूस नहीं कराती है. इंजन में फ्री-रेविंग है, जो कि मिड-रेंज में आश्चर्यजनक और ट्रैक्टेबल नहीं है. स्टीयरिंग व्हील का वजन अच्छा है लेकिन यह बहुत बेहतर नहीं है. पकड़ने के लिए अच्छा है और कम और पार्किंग गति पर सहायता अधिक है जिससे मार्गदर्शन करना आसान हो जाता है.

    बलेनो की तुलना में बॉडी रोल अधिक है, हालांकि पूरी सवारी की गुणवत्ता में सुधार हुआ है

     

    चूंकि यह थोड़ा ऊपर है इसलिए इसमें थोड़ा अधिक बॉडी रोल है लेकिन सवारी की गुणवत्ता बेहतरीन है. यह बलेनो से भी बेहतर है जो अपने आप में एक बेंचमार्क था. मिड-रेंज वह जगह है जहां ऑटोमैटिक सबसे अच्छा प्रदर्शन करता है. पिक-अप और अपशिफ्ट दोनों तेज हो सकते हैं, विशेष रूप से इस तथ्य को देखते हुए कि आप टर्बो इंजन चला रहे हैं, लेकिन यह केवल 2000 आरपीएम पर शुरू होता है और यह शुरुआती उत्साह को कुछ कम कर देता है, लेकिन इससे परे यह ड्राइवट्रेन आपको अधिक शानदार ड्राइव देने के लिए आता है. शुक्र है, पैडल शिफ्ट का एक विकल्प है, जो "व्यावहारिक उत्साही" के लिए स्वागत योग्य है.

     

    माइलेज

    1.0-लीटर बूस्टरजेट 21.5 kmpl का दावा करता है; 1.2 पेट्रोल से मामूली बेहतर है

     

    मारुति सुजुकी की कारों की बिक्री के सबसे बड़े कारणों में से एक इनका माइलेज होता है. फ्रोंक्स 1.0-लीटर टर्बो मैनुअल पर 21.5 किमी/लीटर के माइलेज का दावा करती है, जबकि ऑटोमेटिक पर यह आंकड़ा 20 है. 1.2 लीटर,  मैनुअल पर 21.79 किमी/लीटर का माइलेज मिलता है, एएमटी 22.89 किमी/लीटर का वादा करता है, जबकि हमारे ऑनबोर्ड कंप्यूटर ने परीक्षणों के दौरान कम नंबर दिखाए, इसका कारण यह भी हो सकता है कि हमने इसको अलग-अलग सड़कों पर अलग-अलग तरीके से चलाया , हमने 1.0- लीटर इंजन वाली फ्रोंक्स से वास्तविक दुनिया की परिस्थितियों में 15-16 किलोमीटर/लीटर के माइलेज की गणना की है.

     

    सुरक्षा

    सबसे महंगे दो टर्बो वैरिएंट पर छह एयरबैग की पेशकश की गई है, तो वहीं फ्रोंक्स का बेस वैरिएंट दो एयरबैग के साथ आता है, लेकिन अधिक महत्वपूर्ण चीजें जैसे कि थ्री पॉइंट सीटबेल्ट  मानक हैं, तो पीछे की तरफ आइसोफिक्स चाइल्ड माउंट है. इन सभी से फ्रोंक्स को सुरक्षा परीक्षणों में बलेनो से ऊपर अंक हासिल करने में मदद मिलनी चाहिए. फ्रोंक्स पर मानक सुरक्षा फीचर्स के रूप में ईएसपी और हिल होल्ड भी है.

     

    निर्णय

    लॉन्च होने के बाद फ्रोंक्स की कीमत ₹9-₹14 लाख के बीच हो सकती है

     

    मारुति-सुजुकी अब तक अपनी नेक्सा रेंज के तहत 20 लाख से ज्यादा कारों की बिक्री कर चुकी है. यह एक बड़ी संख्या है, शायद मारुति सुजुकी के अपने सेट किये मानकों की तुलना में बहुत बड़ी नहीं है, फिर भी यह इस नेटवर्क में और मॉडल जोड़ने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है. यह देखते हुए कि लगभग 50 प्रतिशत नेक्सा के मालिक 35 वर्ष से कम आयु के हैं, फ्रोंक्स को ऐसे दर्शकों को पूरा करना चाहिए. यह किसी ऐसे व्यक्ति के लिए एक कार है जो कार खरीदने को लेकर संशय में है और यह तय नहीं कर पा रहा है कि एक बड़ी हैचबैक ली जाए या सब 4 मीटर एसयूवी के लिए जाना चाहिये. यह एसयूवी और हैचबैक दोनों का ही बेहतर मिश्रण होने का वादा करता है और उम्मीद है कि मारुति सुजुकी कीमत पर खेल सकती है जब यह जल्द ही कीमतों की घोषणा करेगी (अनुमानित ₹9-₹14 लाख) है.

     

    (शम्स रजा नकवी के इनपुट्स के साथ)

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    Last Updated on April 14, 2023


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