टाटा मोटर्स ने पंतनगर प्लांट में 50,000 BS6 वाहन बनाने का आंकड़ा पार किया
हाइलाइट्स
टाटा मोटर्स ने अपने पंतनगर प्लांट से 50,000 वाहन रोलआउट करने का आंकड़ा पार कर लिया है और इस खबर की जानकारी कंपनी ने अपने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म के ज़रिए दी. टाटा इस प्लांट में एक टन से कम टाटा ऐस और नए इंट्रा एलसीवी वाहन बनाती है. यह प्लांट उत्तराखंड के स्टेट इंडस्ट्रियल डेवेलपमेंट कॉर्पोरेशन में बनाया गया है जो 1,000 एकड़ में फैला हुआ है, इसे स्टेट-ऑफ-दी-आर्ट फेसलिटी पर बनाया गया है. यह प्लांट उत्पादन की रफ्तार और किफायत बढ़ाने के हिसाब से तैयार किया गया है.
पंतनगर प्लांट टाटा मोटर्स का पहला प्लांट है जो इंटीग्रेटेड वेंडर पार्क के साथ आता है और वो प्लांट के कुल भूभाग का 337 एकड़ हिस्से पर बनाया गया है. इसकी मदद से वाहनों का स्टॉक कम होता है और समय पर सप्लाई करने में काफी आसानी होती है. पंतनगर स्थित कंपनी का सामान्य ऑफिर गोल्ड-रेटेड ग्रीन बिल्डिंग है जो इस यूनिट द्वारा एनर्जी बचाने और एनर्जी एफिशिएंसी बढ़ाने में का परिचायक है.
ये भी पढ़ें : टाटा मोटर्स को वित्त वर्ष 2021 की दूसरी तिमाही में हुआ ₹ 307 करोड़ का घाटा
टाटा मोटर्स ने 2007 में इस कमर्शियल प्लांट में उत्पादन शुरू किया था और यह टाटा मोटर्स का पहला प्लांट है जो वेंडर पार्क के साथ बनाया गया है. इस प्लांट में टाटा के 4,000 कर्मचारी कार्यरत हैं, वहीं 2,000 लोगों को कॉन्ट्रैक्प पर रखा गया है और इसके वेंडर पार्क में 8,000 से ज़्यादा लोगों को रोजगार मिला है. इस प्लांट में वेल्ड शॉप, इंजन, गियरबॉक्स, असेंबली लाइन्स जैसी दुकाने बनाई गई हैं, इसके साथ-साथ बहुत अच्छी तरह बनाए गए ट्रेनिंग सेंटर और सर्विस ट्रेनिंग सेंटर बनाए गए हैं. इस प्लांट में कुल 1,440 वाहनों का उत्पादन रोज़ाना किया जा सकता है.
पुरानी कारों पर शानदार डील
सभी यूज़्ड कार देखें- 48,000 km
- पेट्रोल
- मैन्युअल
- 12,000 km
- डीज़ल
- आटोमेटिक
- 65,000 km
- डीज़ल
- मैन्युअल
- 73,859 km
- पेट्रोल
- मैन्युअल
- 19,000 km
- डीज़ल
- आटोमेटिक
- 16,178 km
- डीज़ल
- आटोमेटिक
- 46,324 km
- पेट्रोल
- एएमटी
- 1,10,000 km
- डीज़ल
- आटोमेटिक
- 88,000 km
- डीज़ल
- आटोमेटिक