भारत में फोक्सवैगन पोलो के सफर का अंत मनाने के लिए कार का लेजेंड एडिशन हुआ पेश
हाइलाइट्स
इस साल की शुरुआत में, फोक्सवैगन ने देश में अपनी सबसे अधिक बिकने वाली कार पोलो के उत्पादन को समाप्त करने की अपनी योजना का खुलासा किया था. जबकि वैश्विक स्तर पर कंपनी ने 2017 में छठी-पीढ़ी की पोलो लॉन्च की थी, भारत को पांचवीं पीढ़ी की कार मिलती रही, जब से इसे पहली बार 2010 में लॉन्च किया गया. पोलो ने भारत में हॉट-हैच सेगमेंट को लोकप्रिय बनाया, और देश में इसके सफर का अंत मनाने के लिए कार निर्माता ने पोलो लीजेंड एडिशन लॉन्च किया है. कार के सबसे महंगे जीटी टीएसआई वेरिएंट के आधारित यह मॉडल सिर्फ 700 इकाइयों तक सीमित होगा, और इसकी कीमत ₹ 10.25 लाख (एक्स-शोरूम, भारत) है.
कार के फेंडर और बूट पर खास लीजेंड बैजिंग दी गई है.
पिछले 12 वर्षों में, फोक्सवैगन इंडिया ने देश में पोलो हैचबैक की 3 लाख से अधिक इकाइयां बेची हैं. पोलो पुणे के चाकन प्लांट में बनने वाली कंपनी की पहली कार थी. यह इस सेगमेंट में पहली मेड-इन-इंडिया हैचबैक में से एक थी जिसने एक मानक रूप में दो एयरबैग की पेशकश की. कार को 2014 में 4-स्टार ग्लोबल एनसीएपी सुरक्षा रेटिंग भी मिली.
यह भी पढ़ें: carandbike अवार्ड्स 2022: कार ऑफ द ईयर बनी फोक्सवैगन टाइगुन
जहां तक पोलो लीजेंड एडिशन की बात है, कार में वही 1.0-लीटर TSI टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल इंजन मिलता है जो 108 bhp और 175 Nm पीक टॉर्क बनाता है. इसे 6-स्पीड ऑटोमैटिक टॉर्क कन्वर्टर यूनिट के साथ जोड़ा गया है. दिखने में, यह नियमित GT TSI वेरिएंट के समान ही रहती है, फेंडर और बूट पर लीजेंड बैजिंग को छोड़कर. कार भारत भर में सभी 151 वोक्सवैगन डीलरशिप पर उपलब्ध होगी.
पुरानी कारों पर शानदार डील
सभी यूज़्ड कार देखें- 48,000 km
- पेट्रोल
- मैन्युअल
- 73,859 km
- पेट्रोल
- मैन्युअल
- 25,000 km
- पेट्रोल
- मैन्युअल
- 77,700 km
- डीज़ल
- मैन्युअल
- 88,000 km
- डीज़ल
- आटोमेटिक
- 72,000 km
- डीज़ल
- आटोमेटिक
- 24,110 km
- डीज़ल
- आटोमेटिक
- 19,000 km
- डीज़ल
- आटोमेटिक
- 16,178 km
- डीज़ल
- आटोमेटिक
अपकमिंग कार्स
अपकमिंग बाइक्स
और ज्यादा खोजें
लेटेस्ट News
रिलेटेड आर्टिकल्स