नितिन गडकरी ने ऑटो उद्योग से आयात पर निर्भरता कम करने और निर्यात को बढ़ावा देने को कहा
हाइलाइट्स
भारत सरकार ने भारतीय वाहन निर्माताओं से निर्यात बढ़ाने और आयात को कम करने के लिए वैकल्पिक समाधानों के साथ आने का आग्रह किया है. केंद्रिय सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने ऑटो उद्योग के लिए '100 प्रतिशत आत्मनिर्भरता' का भी लक्ष्य रखा है जो केवल तभी हो सकता है जब आयात न्यूनतम हो, यदि शून्य न हो तो. भारतीय ऑटो सेक्टर हाल ही में जर्मनी को पीछे छोड़ते हुए दुनिया का चौथा सबसे बड़ा ऑटो उद्योग बन गया है.
भारत हाल ही में जर्मनी को पीछे छोड़ते हुए दुनिया का चौथा सबसे बड़ा ऑटो उद्योग बन गया है.
गुजरात में सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन के आगामी लिथियम बैटरी प्लांट और वेदांता के साथ फॉक्सकॉन का गुजरात में ही 1,000 एकड़ का सेमीकंडक्टर प्लांट स्थापित करना भी इस दिशा में कदम हैं. इसके बाद पार्ट्स निर्माताओं के अलावा कई सॉफ्टवेयर और इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग की कंपनियों की भी देश में आने की संभावना है. अधिक निवेश के साथ यह कंपनियां बाजार का विस्तार करेंगी और विकास में तेज़ी लाएंगी, जिससे क्षेत्र आत्मनिर्भर हो जाएगा.
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गडकरी ने 27 ग्रीन एक्सप्रेसवे का भी बात कही जिनसे जो देश भर में स्टॉक की आवाजाही में आसानी और तेज़ी आएगी. इससे देश में वाहनों के निर्माण में भी तेज़ी आएगी. सरकार के मुताबिक दिल्ली से जयपुर के बीच यात्रा का समय घटकर 2 घंटे, दिल्ली से मुंबई का 12 घंटे और चेन्नई से बैंगलोर के बीच का समय 2 घंटे हो जाएगा.
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