15 दिसंबर से यमुना एक्सप्रेसवे पर स्पीड लिमिट घटाकर 80 किमी प्रति घंटे की जाएगी
हाइलाइट्स
यमुना एक्सप्रेसवे पर दुर्घटना के मामलों में वृद्धि चिंता का विषय रही है और स्थिति हर सर्दियों में खराब हो जाती है जब राजमार्ग घने कोहरे में घिर जाता है. खराब दृश्यता के कारण घातक दुर्घटनाएं होती हैं और एक्सप्रेसवे पर कारों के लंबी लाइनें लग जाती है. एक निवारक उपाय के रूप में यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रीयल विकास प्राधिकरण (YEIDA) ने सर्दियों के मौसम में एक्सप्रेसवे पर गति सीमा को 100 किमी प्रति घंटे से घटाकर 80 किमी प्रति घंटे करने का निर्णय लिया है. भारी वाहनों के लिए, गति सीमा को घटाकर 60 किमी प्रति घंटा कर दिया गया है क्योंकि उनके द्रव्यमान के कारण उन्हें रुकने में अधिक समय लगता है.
तेज गति के कारण नियंत्रण खोकर टकराने के लगातार मामले दर्ज किए जाते हैं. कम की गई गति सीमा 15 दिसंबर से 15 फरवरी तक लागू रहेगी और गति सीमा का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों पर जुर्माना लगाया जाएगा. (YEIDA) के आंकड़ों के मुताबिक, 45 फीसदी दुर्घटनाएं चालकों के गाड़ी चलाते समय सो जाने की वजह होती है. एक्सप्रेसवे पर होने वाली दुर्घटनाओं में क्रमश: तेज गति और यातायात नियमों का उल्लंघन 19 प्रतिशत और 11 प्रतिशत दुर्घटनाएं होती हैं. एक्सप्रेस-वे पर खड़े वाहन भी हादसों का एक बड़ा कारण रहे हैं.
टोल संचालकों से भी कहा गया है कि वे भारी वाहनों के चालकों को तड़के चाय उपलब्ध कराएं, ताकि वे गाड़ी चलाते समय सो न जाएं. इसके अलावा, YEIDA ने ग्रेटर नोएडा-आगरा के रास्ते के साथ क्रैश बैरियर लगाने में तेजी लाने को कहा. कई दुर्घटनाओं को रोकने के लिए वाहनों को दूसरी तरफ जाने से रोकने के लिए क्रैश बैरियर लगाए जाते हैं.
Last Updated on December 12, 2022
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