एक नई तकनीक के साथ अगली पीढ़ी की वॉल्वो कारें ख़ुद चल पाएंगी
हाइलाइट्स
वॉल्वो को दुनिया भर में सबसे सुरक्षित कारों को बनाने के लिए जाना जाता है. अब एक और बड़े कदम में वॉल्वो ने बताया है कि वह ल्यूमिनार नाम की एक कंपनी के साथ भागीदारी करेगी जिससे उसकी अगली पीढ़ी की कारें स्वयं ही चलने में काबिल होंगी. इस तकनीक को LIDAR (लाइट डिटेक्शन और रेंजिंग) कहा गया है और साझेदारी का लक्ष्य ख़ासतौर पर हाईवे पर वॉल्वो की कारों को पूरी तरह से सेल्फ-ड्राइविंग तकनीक देना है. कंपनी ने एलान किया है कि उसकी अगली पीढ़ी की एसपीए 2 ढांचे वाली कारें इस तकनीक से लैस होंगी. 2022 से शुरू होने वाले इस फीचर को नई कारों की छतों में फिट किया जाएगा.
LIDAR तकनीक को नई कारों की छतों में फिट किया जाएगा.
एसपीए 2 प्लेटफॉर्म पर बनी कारों को ऑनलाईन अपडेट मिलेंगे और ग्राहक चाहेंगे तो कार हाईवे पायलट सुविधा को चालू कर सकेगी और ख़ुद ही चलेगी. यह तभी होगा जब LIDAR तकनीक परिस्थितियों को सुरक्षित समझेगी. वॉल्वो कार्स के मुख्य तकनीकी अधिकारी हेनरिक ग्रीन ने कहा, "सेल्फ ड्राइव की इतिहास में सबसे अधिक जीवनदायी तकनीकों में से एक होने की संभावना है, अगर इसे जिम्मेदारी से और सुरक्षित रूप से पेश किया जाए. हमारी भविष्य की कारों को यह तकनीक देना उस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है."
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ल्यूमिनार की LIDAR तकनीक लाखों लेज़र बीमों का इस्तेमाल कर के आसपास की वस्तुओं, सड़क की सतह जैसी चीज़ों का सही पता लगाती है. लेज़र बीम 3 डी में पर्यावरण को स्कैन करती है और एक अस्थायी, नक्शा बनाती है जिसको इंटरनेट कनेक्टिविटी की आवश्यकता नहीं होती है. LIDAR तकनीक को स्टीयरिंग, ब्रेक और बैटरी पावर जैसे कार्यों के लिए कैमरों, रडार और बैक-अप सिस्टम के साथ जोड़ा जाएगा.
Last Updated on May 11, 2020
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