वॉल्वो ने भारत में XC90 प्लग-इन हाइब्रिड एसयूवी की बिक्री रोकी
हाइलाइट्स
वॉल्वो कार्स ने 2023 वोल्वो XC40 फेसलिफ्ट के लॉन्च के साथ भारत के लिए अपने मॉडल लाइन-अप को अपडेट किया है. लक्ज़री कॉम्पैक्ट SUV के साथ, स्वीडिश कार निर्माता ने 2023 मॉडल वर्ष S90 और XC90 माइल्ड-हाइब्रिड SUV की कीमतों की भी घोषणा की है. हालाँकि, साथ ही, कंपनी ने अपनी सबसे महंगी कार, XC90 के प्लग-इन हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वाहन (PHEV) मॉडल की बिक्री भी आधिकारिक रूप से बंद कर दी है.
कंपनी अपना ध्यान इलेक्ट्रिक वाहनों पर लगाना चाहती है.
वॉल्वो कार्स इंडिया का कहना है कि जहां XC90 PHEV के लिए अच्छी मांग थी, वहीं वाहनों की नीति इस समय हाइब्रिड के बजाय इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए बेहतर है और इसलिए कंपनी अपना ध्यान इलेक्ट्रिक वाहनों पर लगाना चाहती है. वॉल्वो XC90 प्लग-इन हाइब्रिड को पहली बार देश में जून 2018 में लॉन्च किया गया था, और कंपनी ने एसयूवी की भारत में असेंबली शुरू करने की भी योजना बनाई थी.
यह भी पढ़ें: 2022 वॉल्वो XC40 फेसलिफ्ट भारत में हुई लॉन्च, कीमत ₹ 43.20 लाख
फिल्हाल भारत में हाइब्रिड वाहनों पर लगने वाला टैक्स सबसे अधिक है, जो 43 प्रतिशत है. इसमें गुड्स एंड सर्विस टैक्स या 28 फीसदी जीएसटी और 15 फीसदी का अतिरिक्त सेस शामिल है. इसकी तुलना में, बैटरी इलेक्ट्रिक वाहन पर लगभग 5 प्रतिशत का टैक्स लगता है. वहीं केवल इंजन पर चलने वाले वाहनों पर 28 प्रतिशत जीएसटी के साथ सेस लगता है जो कार की लंबाई और इंजन की क्षमता के आधार पर 1 प्रतिशत से 15 प्रतिशत तक होता है.
वॉल्वो के XC90 की बिक्री रुकने के बाद टोयोटा और लेक्सस ही ऐसी कंपनियां हैं जो प्रीमियम और लक्ज़री सेगमेंट में हाइब्रिड कारें पेश करती हैं.
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