लॉगिन

फोर्ड फीगो 1.2 ऑटोमैटिक रिव्यूः देर से सही, लेकिन सेगमेंट में हुई फोर्ड की एंट्री

जहां फीगो की बढ़ती उम्र दिखना शुरू हो चुकी है, वहीं फिलहाल के लिए फोर्ड अब इस रेन्ज का दायरा बढ़ाने पर ध्यान लगा रही है. पढ़ें फीगो ऑटोमैटिक का रिव्यू...
Calendar-icon

द्वारा अंशुमन साकल्ले

clock-icon

5 मिनट पढ़े

Calendar-icon

प्रकाशित जुलाई 22, 2021

हमें फॉलो करें

google-news-iconWhatsapp-icon
Story

हाइलाइट्स

    दूसरी जनरेशन फोर्ड फीगो को भारत आए करीब 6 साल हो चुके हैं और इसे बड़े बदलाव मिलना लंबे समय से बाकी था. साल 2018 में इस कार का फेसलिफ्ट मॉडल पेश किया गया था, लेकिन मुकाबले की कारें काफी आधुनिक तकनीक के साथ बाज़ार में आ चुकी हैं. जहां फीगो की बढ़ती उम्र अब दिखना शुरू हो चुकी है, वहीं फिलहाल के लिए फोर्ड अब इस रेन्ज का दायरा बढ़ाने पर ध्यान लगा रही है. इसकी शुरुआत नए ऑटोमैटिक वेरिएंट से हुई है जो 1.2-लीटर पेट्रोल इंजन के साथ पेश किया गया है.

    डायनेमिक्स

    8e5mon38

    यह वही 6-स्पीड टॉर्क कन्वर्टर ट्रांसमिशन है जो फोर्ड एकोस्पोर्ट के 1.5-लीटर पेट्रोल मॉडल के साथ दिया जाता है और अब इसे फीगो 1.2-लीटर पेट्रोल के साथ उपलब्ध कराया गया है. फीगो 1.2 टॉर्क कन्वर्टर काफी स्पोर्टी ऑटोमैटिक मॉडल है. एएमटी के मुकाबले इसका प्रदर्शन बहुत अच्छा और फुर्तीला है. अच्छी बात यह है कि Ford India ने कार के साथ एएमटी की जगह टॉर्क कन्वर्टर ट्रांसमिशन दिया गया है जो असल में एएमटी के मुकाबले बहुत बेहतर है.

    u9cvs921.2-लीटर इस श्रेणी में सबसे अच्छा है और 94 बीएचपी ताकत के साथ 119 एनएम पीक टॉर्क बनाता है

    गौरतलब है कि फोर्ड फीगो इंजन के मामले में दमदार होती है और इसके साथ भी 1.2-लीटर इस श्रेणी में सबसे अच्छा है और 94 बीएचपी ताकत के साथ 119 एनएम पीक टॉर्क बनाता है. यह इंजन तेज़ी से कार को रफ्तार पर लाता है और बहुत सफाई के साथ अपना काम करता है. बता दें कि एएमटी के मुकाबले इस गियरबॉक्स से इंजन और भी दमदार प्रदर्शन करता है.

    ये भी पढ़ें : 2021 फोर्ड एकोस्पोर्ट SE रिव्यूः पिछले दरवाज़े पर खल रही स्पेयर व्हील की कमी

    1u8tqp7oS मोड में आपको इंजन की ताकत का असली अंदाज़ा 5,000 आरपीएम तक हो जाता है

    कार के साथ स्पोर्ट मोड और सिलेक्ट शिफ्ट भी दिया गया है. तो जब आप इसे स्पोर्ट मोड पर डालते हैं तो कार की ताकत काफी बढ़ जाती है, हालांकि डी मोड पर आपको इसकी ताकत में कुछ कमी लगेगी, लेकिन एस मोड में आपको इंजन की ताकत का असली अंदाज़ा 5,000 आरपीएम तक हो जाता है. डायनामिक्स और स्टीयरिंग इसके स्पोर्टी किरदार में अपना रोल अच्छी तरह निभाते हैं. और इसकी राइड क्वालिटी से भी कोई समझौता नहीं किया गया है.

    88l4i75gसिलेक्ट शिफ्ट फंक्शन के ज़रिए आप मैन्युअल तौर पर कार के गियर बदल सकते हैं

    सिलेक्ट शिफ्ट फंक्शन के ज़रिए आप मैन्युअल तौर पर कार के गियर बदल सकते हैं जिसके लिए शिफ्टर पर दिए स्विच का इस्तेमाल भी किया जा सकता है. और इसके आदी होने में आपको कुछ समय लग सकता है. लेकिन ये कोई बड़ा फीचर नहीं है जिसके बूते कार खरीदी जाए. यहां एक और चीज़ है जिसकी कमी आपको खलेगी, क्योंकि यह एक ऑटोमैटिक कार है तो एक डैड पैडल पैर को आराम देने के लिए अच्छा साबित होता.

    डिज़ाइन

    lu89be4g

    हम आपको यह बात साफ तौर पर बताया चाहते हैं कि मुकाबले के हिसाब से देखें तो फीगो कुछ फीकी नज़र आती है. फोर्ड ने फीगो ऑटोमैटिक को एलईडी डीआरएल, प्रोजैक्टर हैडलैंप्स और कुछ क्रोम फिनिश दिए हैं जो इसे दिखने में आकर्षक बना रहे हैं.

    ये भी पढ़ें : टाटा अल्ट्रोज़ ​​टर्बो रिव्यू: मिला दमदार पेट्रोल इंजन

    इंटीरियर और तकनीक

    uqnp2c1gकेबिन साधारण है और बहुत अच्छे से तैयार किया गया है

    फीचर्स और स्टाइलिंग के मामले में भले ही कार का केबिन आपको पसंद ना आए. लेकिन यह साधारण है और बहुत अच्छे से तैयार किया गया है. तो यहां बहुत ज़्यादा शिकायत नहीं की जा सकती. फीचर्स के मामले में भी. फीगो 7.0-इंच इंफोटेनमेंट सिस्टम, ऑटो क्लाइमेट कंट्रोल, ऑटो हैडलैंप्स, रेन सेंसिंग वाइपर्स, ऐप आधारित फोर्ड पास कनेक्टेड कार तकनीक और ऑटो डिमिंग इंटीरियर रियर व्यू मिरर के साथ स्विफ्ट की बराबरी पर आती है.

    7qd04h1o7.0-इंच इंफोटेनमेंट सिस्टम

    लेकिन ग्रैंड आई10 निऑस का फिनिश इससे महंगा नज़र आता है और इसके साथ कई सारे आधुनिक फीचर्स भी दिए गए हैं जिनमें वायरलेस चार्जर, रियर एयर-कॉन वेंट्स और कूल्ड ग्लोवबॉक्स. बड़े आकार का टचस्क्रीन, पिछले हिस्से में एयर-कॉन वेंट्स और बीच में आर्मरेस्ट फोर्ड फीगो को मुकाबले में कुछ आगे बढ़ा सकते हैं. इसे आकर्षक बनाने में भी सहयोगी होंगे.

    ये भी पढ़ें : 2020 ह्यून्दे i20 रिव्यूः हमने चलाकर देखे कार के पेट्रोल और डीज़ल मॉडल

    सुरक्षा

    v2rme33oइलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी प्रोग्राम, ट्रैक्शन कंट्रोल और हिल होल्ड असिस्ट सेगमेंट में सिर्फ फीगो के साथ ही आते हैं

    लेकिन हां, सुरक्षा के मामले में यह कार दमदार है. फीगो के अगले हिस्से में मिलने वाले दो एयरबैग्स के अलावा साइड और कर्टन एयरबैग्स भी मिलते हैं जो मुकाबले की अधिकांश कारों में नहीं दिए गए हैं. इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी प्रोग्राम, ट्रैक्शन कंट्रोल और हिल होल्ड असिस्ट भी ऐसे फीचर्स हैं जो सेगमेंट में सिर्फ फीगो के साथ ही आते हैं.

    फैसला

    dekh93ng

    फोर्ड इंडिया ने फीगो 1.2 पेट्रोल ऑटोमैटिक के टाइटेनियम वेरिएंट की एक्सशोरूम कीमत रु 7.75 लाख रखी है जो टाइटेनियम प्लस वेरिएंट के लिए रु 8.20 लाख तक जाती है, और जैसा कि फोर्ड ने वादा किया था, मुकाबले के हिसाब से यह कीमत आकर्षक है. तो यहां अगर आप ऑटोमैटिक हैचबैक खरीदने का प्लान बना रहे हैं. और लुक्स और फीचर्स से अलग आप किसी दमदार, फुर्तीली और सफाई से चलने वाली कार की तलाश में हैं. तो निश्चित तौर पर आपको फोर्ड फीगो 1.2 ऑटो चलाकर देखना चाहिए.

    Calendar-icon

    Last Updated on July 22, 2021


    Stay updated with automotive news and reviews right at your fingertips through carandbike.com's WhatsApp Channel.

    पुरानी कारों पर शानदार डील

    सभी यूज़्ड कार देखें

    अपकमिंग कार्स

    अपकमिंग बाइक्स

    और ज्यादा खोजें