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टाटा एंट्री-लेवल हैचबैक मार्केट में घुसने का बना रही प्लान, सेंट्रो से होगा मुकाबला!

सैगमेंट में एंट्री कार को लेकर टाटा मोटर्स के सीईओ ग्वेंटर बश्चेक ने माना कि इस सैगमेंट में काफी संभावनाएं हैं. जानें इस बारे में और क्या बोले बश्चेक?
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द्वारा अंशुमन साकल्ले

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2 मिनट पढ़े

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प्रकाशित मार्च 18, 2019

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Story

हाइलाइट्स

    टाटा मोटर्स ने पिछले कुछ साल में टिआगो और नैक्सॉन की बिक्री का काफी अच्छा स्वाद चखा है और अब कंपनी इससे भी ज़्यादा बिक्री वाले एंट्री-लेवल सैगमेंट पर नज़र बनाए हुए है. इस सैगमेंट की कारों में टाटा की इंडिका और नैनो को लेकर बात उठती है लेकिन वास्तव में ये दोनों ही कारें टाटा मोटर्स की एंट्री हैचबैक नहीं हैं. इसे लेकर टाटा मोटर्स के सीईओ ग्वेंटर बश्चेक ने माना कि इस सैगमेंट में काफी संभावनाएं हैं. उन्होंने कहा कि, “टाटा टिआगो और टाटा टिगोर के नीचे वाले बाज़ार में काफी दम है जहां कंपनी का उत्पाद अबतक मौजूद नहीं है, लेकिन हम इस जगह हो भरने के लिए प्लान कर रहे हैं.”

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    अल्फा प्लैटफॉर्म में सबसे ज़्यादा लंबाई वाली कार अल्ट्रोज़ जैसी होगी

    टाटा मोटर्स पहले ही घोषणा कर चुकी है कि कंपनी के सभी उत्पादों को केवल दो प्लैटफॉर्म - अल्फा और ओमेगा पर बनाया जाएगा. अल्फा प्लैटफॉर्म के अंतर्गत कारों की लंबाई को 3.6 मीटर से लेकर लगभग 4 मीटर तक रखा जा सकता है. इस प्लैटफॉर्म में सबसे ज़्यादा लंबाई वाली कार अल्ट्रोज़ जैसी होगी जो हाल में जेनेवा मोटर शो में शोकेस की गई है. इसके अलावा इसी प्लैटाफर्म पर बनी एक माइक्रो एसयूवी टिआगो हैचबैक और टिगोर सबकॉम्पैक्ट सिडान की नई जनरेशन भी जल्द ही बाज़ार में उतारने वाली है. इस सैगमेंट में मुकाबला करने के लिए मारुति सुज़ुकी अल्टो और सेलेरियो के साथ रेनॉ क्विड, डैट्सन रेडीगो और हालिया लॉन्च ह्यूंदैई सेंट्रो शामिल है.

    ये भी पढ़ें : 2019 जेनेवाः टाटा मोटर्स ने पेश की H7X पर आधारित SUV टाटा बज़ार्ड

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    Tata इसी प्लैटाफर्म पर बनी एक माइक्रो SUV जल्द ही बाज़ार में उतारने वाली है

    टाटा मोटर्स यहां सिर्फ वाहनों की बिक्री बढ़ाने की ही नहीं सोच रही, बल्की इसके इलैक्ट्रिफिकेशन का रास्ता भी साफ कर रही है. बश्चेक ने कहा कि, “जहां तक अर्बन मोबिलिटी कॉन्सेप्ट का सवाल है, हमें इस सैगमेंट के वाहनों का इलैक्ट्रिफिकेशन काफी व्यापक असर वाला नज़र आ रहा है.” बश्चैक ने आगे बताया कि गुजरात का सानंद प्लांट अबस में चार मीटर से छोटे वाहनों के उत्पादन के लिए ही बनाया गया है, चूंकि इन वाहनों को समान प्लैटफॉर्म पर बनाया जाएगा जिससे कार के केबिन की जगह का सटीक इस्तेमाल किया जा सकेगा. बड़ी कारों के लिए अल्फा प्लैटफॉर्म अल्ट्रोज़ जैसी कारों के लिए होगा जिन्हें कंपनी के पुणे प्लांट में बनाया जाएगा.

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