EESL ने टाटा को दिया 150 नैक्सॉन EV का ऑर्डर, सरकारी काम में होगा उपयोग
हाइलाइट्स
टाटा मोटर्स ने भारत सरकार के एक उपक्रम एनर्जी एफिशिएंसी सर्विस लिमिटेड या कहें तो EESL से 150 नैक्सॉन EV का ऑर्डर हासिल किया है. टाटा मोटर्स ने इस टेंडर को लेकर बाज़ी मार ली है और अब 150 नैक्सॉन EV को सरकारी उपयोग में लाया जाएगा. EESL टाटा नैक्सॉन EV को रु 14.86 लाख प्रति कार खरीदेगी जो इसकी एक्सशोरूम कीमत रु 14.99 लाख से रु 13,000 कम है. टाटा नैक्सॉन EV ने वित्तीय वर्ष 2020-21 में इलैक्ट्रिक वाहन सैगमेंट के 62 प्रतिशत शेयर्स हासिल करने में बहुत बड़ा योगदान दिया है.
इस बारे में बात करते हुए टाटा मोटर्स की पैसेंजर वाहन बिज़नेस के प्रेसिडेंट, शैलेष चंद्रा ने कहा कि, “भारत में इलैक्ट्रिक वाहनों के प्रति दिलचस्पी बढ़ रही है और इन वाहनों के लिए बेहतर माहौल बनाने के लिए इस तरह की साझेदारी बहुत कारगर साबित होगी. हमारी EESL के साथ साझेदारी हुई है जिसमें हम सरकार इस्तेमाल के लिए और भी इलैक्ट्रिक वाहन उपलब्ध कराएंगे जिससे देश में भविश्य के वाहनों की ओर रुझान बढ़े और साफ-सुथरे वाहनों का अधिक से अधिक उपयोग शुरू हो. तेज़ी से बढ़ते EV सैगमेंट की लीडर होने के नाते टाटा मोटर्स देशभर में इन वाहनों के इस्तेमाल को बढ़ावा देगी.”
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टाटा मोटर्स की नैक्सॉन EV अपने तरह की नई जनरेशन इलैक्ट्रिक कार है जिसे ज़िपट्रॉन तकनीक के साथ पेश किया गया है. कंपनी ने पहले ही नैक्सॉन EV की 1,000 यूनिट का उत्पादन कर लिया है. ज़िपट्रॉन तकनीक के साथ टाटा नैक्सॉन EV सिंगल चार्ज में 312 किमी की रेन्ज देती है. EV के साथ फास्ट चार्जिंग क्षमता दी गई है जो आईपी67 बैटरी के साथ श्रेणी में सबसे अच्छे सेफ्टी फीचर्स भी दिए जाएंगे और ये कार 35 कनेक्टेड कार फीचर्स के साथ आएगी. इलैक्ट्रिक बैटरी के साथ ये एसयूवी 245 एनएम पीक टॉर्क पैदा करती है जिससे सिर्फ 9.9 सेकंड में कार 100 किमी/घंटा रफ्तार पकड़ लेती है.
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